पंवार वंश की शाखाएँ
Himmat Singh • 08 Nov 2025
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History
Hindi
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(2) मोरी :-- परमारों की प्राचीन शाखा किसी मोरी परमार के वंशज। सम्भवतः चित्तौड़ का मान मोरी परमार ही था। कुछ लोग इसे मौर्य वंश से भी जोड़ते हैं।
(3) बीहल :-- परमारों की प्राचीन शाखा। चन्द्रावती (आबू) के पास इनका राज्य था।
(4) वराह :-- नौकोटी मारवाड़ के संस्थापक धरणीवराह के वंशज।
(5) सोढ़ा :-- नौकोटी मारवाड़ के संस्थापक धरणीवराह के पुत्र बाहड़ के पुत्र सोढ़ा के वंशज सोढ़ा परमार कहलाते है।
(6) सांखला :-- उपरोक्त सोढ़ के भाई बाघ के पुत्र वीरम को सच्चियाय माता ने शंख दिया, जिससे इनके वंशज सांखला परमार कहलाते है।
(7) लोद्रवा :-- धरणीवराह के भाई भाण (लोद्रवा के शासक) के वंशज।
(8) बूंटा :-- वराह और लोद्रवा परमारों के समकालीन भटिण्डे के आस-पास रहते थे।
(9) सुमरा :-- धरणीवराह के वंशज मूंगराव के पुत्र सुमरसी के वंशज।
(10) ऊमठ :-- धरणीवराह के वंशज मूंगराव के पुत्र उमरसी के।
(11) डोडिया :-- यह 9 वीं शताब्दी से पहले की शाखा है। गुजरात के बड़ौदा के पास डोड नामक स्थान से निकास के कारण ये डोडिया परमार कहलाते है।
(12) भायल :-- मालवा के राजा भोज (वि सं 1066 से 1099) के पुत्र जयसिंह व पौत्र उदादित्य हुए। उदादित्य के वंशजों से बहुत सी शाखाएँ चली। उदादित्य के पुत्र जगदेव के पुत्र डाभरिख के वंशज सज्जन भायल के वंशज भायल परमार कहलाते है।
(13) भाभा :-- उदादित्य के पुत्र रिणधवल के पुत्र वीरसल के पुत्र भाभा के वंशज।
(14) हूण :--- रिणधवल के पुत्र हूण के वंशज। (आक्रमणकारी हूण जाति इससे भिन्न थी।)
(15) सांवत :-- रिणधवल के पुत्र हमीर के पुत्र सांवत के वंशज।
(16) बारड़ :-- उदादित्य के पुत्र जगदेव बारड़ के वंशज।
(17) सुजान :-- रिणधवल के पुत्र हमीर के पुत्र सुजान के वंशज।
(18) कुन्तल :-- हमीर के पुत्र कुन्तल के वंशज।
(19) हुरड़ :-- रिणधवल के पुत्र महीदेव के पुत्र करमन के पुत्र हुरड़ के वंशज।
(20) सालावत :-महीदेव के पुत्र साला के वंशज।
(21) रबड़िया :--महीदेव के पुत्र रबड़ के वंशज।
(22) थलवार :-- महीदेव के पुत्र थलवती के वंशज।
(23) धन्ध :-- महीदेव के पुत्र धन्धु के वंशज।
(24) बोरड़ :-- महीदेव के पुत्र अमरेश के पुत्र बोरड़ के वंशज।
(25) कुरड़ :-- अमरेश के पुत्र कुरड़ के वंशज।
(26) उलधा :-- अमरेश के पुत्र उलधा के वंशज।
(27) बलिला :-- अमरेश के पुत्र बलिल के वंशज।
(28) गूंगा :--- उदादित्य के पुत्र जगदेव के पुत्र गूंगा के वंशज।
(29) काबा :-- जगदेव के पुत्र काबा के वंशज।
(30) गलहडा :- जगदेव के पुत्र गहला के वंशज।
(31) सिंघल :-- किसी सिंघल परमार के वंशज। गुजरात मे बोरडू बेलो इनका मुख्य ठिकाना था।
(32) नांगल :-- वाखासर (बाड़मेर) इनका मुख्य ठिकाना था।
(33) थिरिया :--जैसलमेर जिला के चारणवाला आदि गाँवों मे।
(34) जौखा :-- उदादित्य के पुत्र रिणधवल के पुत्र पातल के पुत्र जोखा के वंशज।
(35) नल :- पातल के पुत्र नल के वंशज।
(36) मदन :-- पातल के पुत्र मदन के वंशज।
(37) पोसवा :-- पातल के पुत्र पोसवा के वंशज।
(38) खहर :-- पातल के पुत्र खहरा के वंशज।
(39) कालमा :-- पातल के पुत्र कालमा के वंशज।
(40) सरबड़िया :-पातल के पुत्र सरबड़िया के वंशज।
(41) सूकला :-- उदादित्य के पुत्र महीधवल के पुत्र सुकुल के वंशज।
(42) महपावत :-- मालवा के राजा भोज के वंश में सांगण, हम्मीर, हरपाल व महपा (महिपाल) हुए। इसी महपा के वंशज महपावत परमार हुए। अजमेर के पास पीसांगन इनका राज्य था। बीकानेर क्षेत्र में जैतसीसर, राणासर, जैतासर, सोनपालसर, राजासर, लूणसरा, भादरसरा आदि इनके ठिकाने थे।
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